आओ एक दिया आपसी प्रेम का जलाएं हम
मिल जुल के अब ख़ुशी के गीत गायें हम
दिलों पे जो सियासत की गुबार छायी है
निकाल उसे कहीं दूर फेंक आएं हम
हवा भी बदबूदार है फिजा भी कुछ अजीब है
प्यार व सकूँ का कोई एक हवा चलायें हम
वो कुर्सियों के खेल में कहीं कोई लड़ा गया
आज इस दीपावली पे सबको घर बुलाएं हम
मिठाईयों में मिठास हो एक दूसरे का साथ हो
इस दिवाली प्रेम का एक दिया जलाएं हम
यही पले यहीं बढे फिर हुवे हैं क्यों जुदा
चलो अपना पुराना हिंदुस्तान वापस लाएं हम
मिल जुल के अब ख़ुशी के गीत गायें हम
दिलों पे जो सियासत की गुबार छायी है
निकाल उसे कहीं दूर फेंक आएं हम
हवा भी बदबूदार है फिजा भी कुछ अजीब है
प्यार व सकूँ का कोई एक हवा चलायें हम
वो कुर्सियों के खेल में कहीं कोई लड़ा गया
आज इस दीपावली पे सबको घर बुलाएं हम
मिठाईयों में मिठास हो एक दूसरे का साथ हो
इस दिवाली प्रेम का एक दिया जलाएं हम
यही पले यहीं बढे फिर हुवे हैं क्यों जुदा
चलो अपना पुराना हिंदुस्तान वापस लाएं हम
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