हाथो में लिए फिरता हूँ चराग के किसी की तलाश है मुझे
ये अधूरी जिंदगी और किसी की आस है मुझे
मिलजाए अगर तुझको तो कहना उनसे मेरे दोस्त
आज भी उनका झगड़ना याद है मुझे
जिस राह पे कभी वो चला ही न था
क्यों उस राह पे उनका इन्तेजार है मुझे
ये अधूरी जिंदगी और किसी की आस है मुझे
मिलजाए अगर तुझको तो कहना उनसे मेरे दोस्त
आज भी उनका झगड़ना याद है मुझे
जिस राह पे कभी वो चला ही न था
क्यों उस राह पे उनका इन्तेजार है मुझे
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