समय का आभाव आपका जीवन कितना मुश्किल या आसान करदेता है इसका मूल्याङ्कन आप अपने परिचित तथा परिजनों के मिजाज़ से ही कर सकते हैं। ये निर्भर करता है उनपे की वो आपके समय के आभाव को कैसे देखते हैं। क्या उन्हें इसका अंदजा है की समय का गुज़रना सदैव सबके लिए एक समान नहीं होता। जीवन के बदलते पड़ाव में समय के प्रबंधन का बहुत बड़ा दबाओ होता है।
नए उम्र के खुद मुख्तारियों को कैसे समझूँ
कहाँ जाना जरुरी है कहाँ से बच निकलना है
वसीम बरेलवी
नए उम्र के खुद मुख्तारियों को कैसे समझूँ
कहाँ जाना जरुरी है कहाँ से बच निकलना है
वसीम बरेलवी
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